मोदी को चुनाव आयोग ने एक बार फिर राहत दी है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन कहने पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी. अब आयोग ने इस शिकायत पर कहा है कि प्रथम दृष्ट्या हमें इस मामले में किसी तरह का उल्लंघन नहीं दिखता. लिहाजा ये केस बंद किया जाता है. यानी इस मामले में भी उन्हें चुनाव आयोग से क्लीन चिट मिलने की उम्मीद है.इससे पहले भी चुनाव आयोग से पीएम मोदी की कई बार शिकायत की गई थी. हर बार उन्हें आयोग से क्लीन चिट मिली थी.
विपक्षी दलों ने लगातार पीएम मोदी को क्लीन चिट मिलने पर सवाल भी उठाया था. इस बीच एक और क्लीन चिट के साथ विपक्ष को फिर मौका मिल गया है. खास बात ये है कि अब तक पीएम मोदी के खिलाफ उनके बयानों पर कांग्रेस उतनी हमलावर नहीं रही, जितनी कि राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी कहने पर हुई थी. आज प्रियंका गांधी ने भी मोदी के बयान पर तीखा हमला किया था|
इससे पहले गुजरात के पाटन में 21 अप्रैल को दिए भाषण पर विपक्ष ने आपत्ति जताई थी. जिला निर्वाचन अधिकारी और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट पर आयोग को प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण में भी कोई खामी नहीं दिखी|
विपक्षी दल कांग्रेस ने अब तक पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की 11 शिकायतें दर्ज कराई थीं. आयोग उन्हें अनसुना करता रहा तो कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई कि हुज़ूर आप ही कुछ करें. आयोग तो सुनता ही नहीं. इसके बाद कोर्ट ने आयोग को झाड़ा कि आखिर आयोग अपनी शक्तियों का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहा? कोर्ट ने सोमवार तक मोदी-शाह के खिलाफ दर्ज आचार संहिता उल्लंघन की सभी शिकायतों को निपटाने को कहा|
इसके बाद आयोग ने शिकायतों पर अपनी कुंडली ढीली की और दनादन फरमान आने लगे. सब में क्लीन चिट! पिछली सात शिकायतों में स्थानीय चुनाव प्रशासन की भेजी रिपोर्ट विपक्ष की शिकायतों और भाषणों की वीडियो रिकॉर्डिंग वाले सबूतों के बावजूद आयोग को किसी में कोई दम नज़र नहीं आया. इसी दौरान एक और खबर आई कि चुनाव आयोग में पीएम मोदी को लगातार क्लीन चिट देने में भी एक राय नहीं है|
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